समाजवादी जनपरिषद ,कोट्टायम सम्मेलन की रपट , नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी


समाजवादी जन परिषद का दसवां राष्ट्रीय सम्मेलन दिनांक 25-26 अप्रैल को केरल के कोट्टायम शहर के सुनीलजी नगर (सी एस आई रिट्रीट) में आयोजित किया गया. जिसमें पार्टी के देश भर के कार्यकर्ताओं एवं पर्यवेक्षकों ने भाग लिया. इससे पहले चौबीस तारीख की शाम को ‘साम्राज्यवाद के विभिन्न पहलू और संस्कृति की विविधता’ विषय पर एक खुली गोष्ठी का भी आयोजन किया गया जिसे सजप की पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ स्वाति एवम राष्ट्रीय कार्यकारिणी के प्रो महेश विक्रम ने संबोधित किया.
पच्चीस की सुबह झंडोत्तोलन के साथ सम्मेलन की शुरुआत हुई. सम्मेलन के उदघाटन सत्र में पार्टी के अध्यक्ष एडवोकेट जोशी जेकब ने सम्मेलन के प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए वर्तमान में देश और समाज के सामने खडी चुनौतियों को सामने रखते हुए अभी के राजनैतिक शून्य की चर्चा भी की और ऐसे में सजप की बड़ी जिम्मेदारियों को पहचानने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब विचारधारा-विहीन वैकल्पिक राजनीति करने वालों का सच लोगों के सामने आ गया है,उसकी विफलता जग जाहिर है.
अगले सत्र में डॉ स्वाति ने सामाजिक प्रस्ताव सदन के सामने रखा जिसका समर्थन करते हुए राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य अखिला जी ने समर्थन करते हुये कहा कि जाति और लिंग भेद हमारे समाज की प्रमुख चुनौतियाँ हैं, महिलाएं जाति और धर्म के परे भी एक शोषित तबका है, और चाहे ‘लव जिहाद’ का मामला हो या ‘घर वापसी’ का, उन्हें एक वास्तु के रूप में धार्मिक विजय की सामग्री के रूप में देखा जाता है. उन्होंने यह भी कहा कि न्यायालयों ने भी समय समय पर कुछ जनविरोधी या प्रतिगामी फैसले लिए हैं, (जैसे समलैंगिकता के विरुद्ध या चेन्नई में मंगलसूत्र तोड़ने के कार्यक्रम पर रोक आदि) वहीं न्यायालयों के कई सही फैसले सरकारों ने लागू नहीं किये हैं इसलिए न्यायालयों के भी गलत फैसलों का विरोध करने के लिए हमें तैयार रहना चाहिए.
सामाजिक प्रस्ताव पर बहस में हिस्सा लेते हुए केरल सजप के महामंत्री श्री अय्यप्पन ने जाति को ख़त्म करने पर जोर देते हुए कहा कि आज दलित जातियों को भी धर्म के आधार पर बांटकर उनका शोषण किया जा रहा है, केरल के ही सतीशन पिल्लई ने केरल में प्रवासी मजदूरों की दुर्गति की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए उनके बीच में काम करने पर जोर दिया. महाराष्ट्र के शांताराम गोसावी ने भगवाकरण और साम्प्रदायिक्ता के विरोध पर जोर दिया. उप्र के वरिष्ठ साथी नजीर अहमद जी ने कहा कि मिसाइलों के बजाय लोगों की भूख मिटाने के काम होना चाहिए, और प्रेम ही हर धर्म का मूल तत्व होता है, हमें कोशिश करनी चाहिए कि नफरत न बढ़ने पाए और देश हिन्दुस्तान के बजाय कब्रिस्तान न बन जाए. उप्र के ही अब्दुल रशीद भाई ने कहा कि गरीबों को अनुदान या भीख नहीं चाहिए बल्कि रोजगार चाहिए, तथाकथित निवेश भी भीख की तरह है जो हमें नहीं मांगना चाहिए. गरीब को आतंकवादी बताकर यह सरकार साम्प्रदायिकता फैला रही है. जब हम सब हिन्दुस्तानी हैं तो कैसी घर वापसी? हमें लोगों को सरकार के धोखे से बचाने की जरूरत है.
सामाजिक प्रस्ताव पर बहस को समेटते हुए डॉ स्वाति ने समलैंगिकता के मुद्दे को समझाते हुए कहा कि, सरकार या न्यायालय को लोगों की निजी जिन्दगी में दखलंदाजी करने का हक नहीं है और न ही किसी मानवीय स्वभाव को अपराधी बना देने का. उन्होंने जोर देकर कहा कि घर का हर काम मर्द और पुरुष मिलकर करें, और गैर बराबरी ख़त्म हो, तभी महिलाओं को बाहर निकलने और सपने देखने की आजादी मिलेगी. हम खुद को डी-कास्ट, डी-क्लास और डी-जेंडर करना चाहते हैं, जिसमें से डी-जेंडर करना ज्यादा कठिन काम है. सत्र की अध्यक्षता कर रहे मध्य प्रदेश के साथी अजय खरे जी ने परिवार की संस्था के टूटने पर चिंता जताई और कहा कि यह समाज के विघटन के मूल में है. राष्ट्रीय सचिव श्री अफलातून ने समलैंगिकता को लेकर हाल ही में दिल्ली में एक समलैंगिक पुरुष की पत्नी द्वारा आत्महत्या कर लेने का उदाहरण देकर कहा कि अगर समलैंगिकता को आपराधिक मान कर राज्य द्वारा उत्पीडन किया गया तो यह दोहरे अत्याचार को जन्म देगा. अखिला जी ने रंग को लेकर भेदभाव, गोरे रंग के अनुचित महत्व और ट्रांसजेंडर लोगों की समस्याओं पर बात रखी.सभी की सहमति से सामाजिक प्रस्ताव पारित हुआ.

प्रो. महेश विक्रम ने आर्थिक- राजनैतिक और अंतर्राष्ट्रीय स्थिति पर प्रस्ताव रखा, जिसके समर्थन में बोलते हुए श्री कमल बैनर्जी (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष) ने कहा कि नयी सरकार अच्छे दिनों का वादा करके आयी है लेकिन सिर्फ घूम घूम कर दुनिया भर में देश बेचने का काम कर रही है. आज किसान बड़े पैमाने पर आत्महत्या करने पर मजबूर हैं लेकिन मौजूदा सरकार सत्ता के मद में चूर है और उसे किसान मजदूरों के दर्द से कोई लेना देना नहीं है.
प्रस्ताव पर बहस के दौरान श्री बिल्कन बाड़ा (अध्यक्ष ,सजप, प. बंगाल) ने कहा कि सजप को एक रणनीति के रूप में प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए आन्दोलन करना चाहिए, क्योंकि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही जल जंगल जमीन के विनाश को बढ़ावा दे रहे हैं, जिसका नया अध्याय भूमि अधिग्रहण अध्यादेश है.
पहले दिन शाम को कोट्टायम शहर में एक खुली जनसभा का आयोजन किया गया, जिसे राष्ट्रीय अध्यक्ष जोशी जैकब, राष्ट्रीय महामंत्री लिंगराज आज़ाद, राष्ट्रीय सचिव विनोद पय्याडा, राष्ट्रीय सचिव अफलातून, उपाध्यक्ष कमल बैनर्जी, संगठन मंत्री निशा शिबुरकर, केरल राज्य अध्यक्ष के. रमेश , कर्नाटक रैयत संघ की नेता अनुसूयम्मा जी समेत अनेक वक्ताओं ने संबोधित किया.
सम्मेलन के दूसरे दिन प्रस्तावों पर चर्चा जारी रही, पहले सत्र में वरिष्ठ समाजवादी नेता, बंगाल के श्री चित्त डे ने एक जोशीला भाषण देते हुए कहा कि आम आदमी के पास संघर्ष के अलावा कोई विकल्प नहीं है, असंगठित क्षेत्र के मजदूर बारह-तेरह घंटे काम करके भी अपनी आजीविका नहीं चला पाते, यही हाल किसानो का है. बुनियादी परिवर्तन की शुरुआत गाँवों से होगी और विदेशी पूंजी के खुले आक्रमण का विरोध नौजवान पीढी को करना पड़ेगा. राज्य की व्यवस्थित हिंसा शोषित तबकों पर हो रही है, खासकर महिलाओं और मजदूरों पर. लोगों को मरने देना,उनकी परवाह न करना भी हिंसा ही है. उन्होंने लोहिया को उद्धृत करते हुए कहा कि हम तो निहत्थे ही आन्दोलन करते हैं, हिंसा तो राज्य लेकर आता है जो सैनिक और अर्धसैनिक बलों को लाकर लाठी गोली बरसाते हैं, हिंसा का वातावरण पैदा करते हैं, एक दिन किसान मजदूर आपका हाथ पकड़ेगा. अगर देश की आम जनता नहीं बचेगी तो हम देश का आवाहन करेंगे कि वो संसद, स्टेशन, शहर, टीवी स्टेशन घेरे, हल्ला बोले, थाना घेरे. अगर आप हमें शान्ति से जीने नहीं देंगे, जनतांत्रिक तरीके से नहीं मानेंगे तो हमें हल्ला बोलना पड़ेगा. उन्होंने सजप का आवाहन किया कि वह लोकतंत्र बचने के लिए संघर्ष तेज करे और लोहिया, जे.पी. और किशन पटनायक का काम आगे बढ़ाये.
इसके बाद कुछ संशोधनों को जोड़ते हुए आर्थिक-राजनैतिक और अंतर्राष्ट्रीय विषयों पर प्रस्ताव सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया. साथ ही वरिष्ठ समाजवादी चिन्तक श्री सच्चिदानंद सिन्हा का लिखा हुआ एक नोट पढ़कर सुनाया गया और सदन द्वारा स्वीकृत किया गया जो उन्होंने सम्मेलन के लिए विशेष रूप से बनाकर भेजा था.
सम्मेलन में सहमना संगठनों की ओर से आये दो महत्वपूर्ण नेताओं ने अपनी बात रखी. जिसमें प्लाचीमाड़ा आन्दोलन के नेता श्री वेणुगोपाल ने कहा कि हमारा देश खतरे में है; जहां एक ओर साम्प्रदायिक और आपराधिक शक्तियां खुश हैं वहीं हम जैसे लोग जो लोगों के हक में खड़े हैं, बहुत परेशान हैं. मुख्यधारा की प्रत्यक्ष राजनीति है, जिसकी सांठगांठ बड़े व्यापारियों से है, वहीं उसके प्रतिरोध में शोषितों की परोक्ष राजनीति भी है. उन्होंने इस बात पर खुशी प्रकट की कि देश भर से आये लोग समाजवादी विचारों को आगे बढ़ाने में जुटे हैं. कर्नाटक राज्य रैयत संघ की अनुसूया जी ने समाजवादी नेताओं जेपी और लोहिया को याद करते हुए उनके संघर्ष को आगे ले जाने की अपील की.
इसके बाद पार्टी की संगठन सचिव सुश्री निशा शिबुरकर ने पिछले सम्मेलन से इस सम्मेलन तक पार्टी की गतिविधियों की रपट सदन के सामने रखी. जिसके बाद कार्यक्रम संबंधी प्रस्ताव सदन के सामने राष्ट्रीय सचिव रणजीत राय द्वारा रखा गया जिस पर विभिन्न साथियों ने सुझाव रखे. सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ. इसके साथ की केरल राज्य संबंधी प्रस्ताव भी सदन में सुरेश नरीकुन्नि द्वारा रखा गया जिस पर विस्तार से चर्चा हुई, प्रस्ताव में केरल राज्य की राजनैतिक और आर्थिक स्थिति और पर्यावरण के मुद्दे पर पार्टी के नजरिये को रखा गया.
अंतिम सत्र में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और अध्यक्ष एवं महामंत्री का चुनाव हुआ जिसमें सर्वसम्मति से साथी लिंगराज आज़ाद को पार्टी का राष्ट्रीय महामंत्री और साथी जोशी जैकब को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया. अपने वक्तव्य में श्री लिंगराज आज़ाद ने कहा कि धन्यवाद के पात्र वे हैं, जिन्होंने उन्हें यहाँ भेजा है, उन्होंने कहा कि पार्टी एक सामूहिक जिम्मेदारी है. विशेषकर सजप जैसा दल, जिसमें कार्यकर्ता और नेता के बीच का भेद नहीं के बराबर है, यहाँ सब को अपनी क्षमता से बढ़कर काम करना होता है. उन्होंने कहा कि वे अपने पद के जिम्मेदारी बड़ी होते हुए भी उसे भरसक निभाने का यत्न करेंगे. इस अवसर पर उन्होंने दिवंगत साथी सुनील भाई, किशन पटनायक और जुगल किशोर रायबीर को याद किया.
साथी जोशी जैकब ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि वे यह विश्वास दिलाते हैं कि पार्टी के आदर्शों व कार्यक्रमों के प्रति समर्पित रहेंगे. उन्होंने कहा कि कई लोग सोचते हैं कि सजप का अस्तित्व ही एक आश्चर्य है, लोगों ने अफवाहे फैलायीं कि हम बिखर जायेंगे, लेकिन कार्यकर्ताओं ने पार्टी को बनाये रखा. यह एक आश्चर्य है भी और नहीं भी, क्योंकि यह पार्टी किसी व्यक्तिगत महानता पर टिकी नहीं है, यह हमारे कार्यकर्ताओं की सैद्धांतिक निष्ठा पर टिकी है, जो साधनहीनता के बावजूद, बिना पद और प्रसिद्धि के लालच के अपना काम कर रहे हैं. आज की विकट परिस्थिति में, जब सामाजिक, आर्थिक, लिंग आधारित, नस्लीय और क्षेत्र आधारित हिंसा अपने चरम पर है, हमारी सरकार वैश्विक साम्राज्यवादी/पूंजीवादी ताकतों का मोहरा बनी हुई है; ऐसे में हमारे आदर्श लोगों के आदर्श या आकांक्षाएं ही हैं, उनसे अलग नहीं. हमें पता नहीं कि समाज हमारे विचारों को अपनाने के लिए कितना तैयार है. लोग कहते हैं कि हम अति आदर्शवादी हैं, लेकिन हम कहते हैं कि हम व्यवहारिक हैं. अगर देश की शोषित जनता तक हम यह बात पहुंचा पायें तो हमें सफलता मिलेगी.
हमें युवाओं को जोड़ना होगा, सुनीलजी, किशन जी, जुगल दा के समर्पण का उदाहरण उन तक पहुँचना होगा, वहीं सकारात्मक और रचनात्मक कार्यक्रम लोगों तक ले जाने होंगे. जैसे खेती, बीज बचाव, साम्प्रदायिता विरोध, एवं अन्य सामजिक कार्यक्रम हर इकाई को लेने चाहिए. उन्होंने कहा कि हम याद रखें कि हम इतिहास बना रहे हैं, यह महसूस करें और इस सम्मेलन सूरज लेकर आयें. अंत में उन्होंने सभी का धन्यवाद किया.
पार्टी की नवनिर्वाचित राष्ट्रीय कार्यकारिणी के लिए निशा शिवूरकर , शान्ताराम नारायण गोसावी,अजय खरे,राजेन्द्र गढ़वाल,कमल कृष्ण बनर्जी, सत्येन्द्र प्रसाद राय,रणजीत राय, डॉ.चन्द्रभूषण चौधरी, राधाकान्त बहिदार, सरयू प्रसाद सिंह, अखिला,डॉ. महेश विक्रम सिंह,डॉ. स्वाति, रामकेवल चौहान व अफलातून, चुने गये।
नवनिर्वाचित तथा निवर्तनमान राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में निम्नलिखित पदाधिकारियों की नियुक्ति हुई-
उपाध्यक्ष – कमल कृष्ण बनर्जी ,डॉ. चन्द्रभूषण चौधरी,निशा शिवूरकर
कोषाध्यक्ष - राधाकान्त बहिदार को चुना गया
राष्ट्रीय सचिव – रणजीत राय, नवल किशोर, अखिला
संगठन मंत्री- अफलातून
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में विशिष्ट आमन्त्रित के तौर पर सच्चिदानन्द सिन्हा,चित्त डे,अनुराग मोदी,चंचल मुखर्जी,स्मिता को बुलाने का निर्णय हुआ।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की अगली बैठक आगामी 28,29,30 अगस्त 2015 को बंगलुरु में होगी।(सम्मेलन में पारित प्रस्ताव इस अंक में प्रकाशित किए जा रहे हैं।)
समाजवादी जनपरिषद की नव निर्वाचित राष्ट्रीय कार्यकारिणी
1.Ranajit Kumar Roy , Secretary रणजीत कुमार राय 09735060909, royranjit7@gmail.com
Raisahab More,Purba Mallik Pada,Post- Gosairhat,via Dhupgudi,Distt-Jalpaigudi, 735210
2.Kamal Banerjee,Vice President, 09475809287,03561- 230914, kkb_jpg@yahoo.co.in
New Circular Lane,P.O. + Distt Jalpaigudi,W.Bengal 735101
3. एड. निशा शिवूरकर , उपाध्यक्ष,'मैत्री' समता भवन, न्यू अकोला रोड, संगमनेर,जि.अहमदनगर,422605महाराष्ट्र
फो. - 09423749715 , advnishashiurkar@gmail.com
4.शांताराम गोसावी, फोन-09763294484, shantaramgosavi2014@gmail.com समता महिला प्रतिष्ठान,महात्मा फुळे मार्ग,संगमनेर,जि. अहमदनगर,महाराष्ट्र
5. अजय खरे, सीनियर एम.आई.जी. 2/1/716 रिलायन्स पेट्रोल पंप के पास,नेहरू नगर ,रीवा,म.प्र. 486001. मोबाइल- 09827214570, 09479496699. Email ajai.khare.rewa@gmail.com , ajaikhare@gmail.com ,ajai.khare@gmail.com
6. राजेन्द्र गडवाल , पो. शाहपुर,जि. बेतूल,म.प्र. मोबाइल- 09424471101
7. डॉ स्वाति, 0542-2575063, swatid@gmail.com 5 रीडर आवास,जोधपुर कॉलोनी,काशी विश्वविद्यालय,वाराणसी-21005
8. अफलातून, संगठन सचिव, 08004085923, aflatoon@gmail.com, 5 रीडर आवास,जोधपुर कॉलोनी,काशी विश्वविद्यालय,वाराणसी-21005.
9.प्रो. महेश विक्रम सिंह ,फोन- 09415353120. email- mvs276@gmail.com, गुलाब बाग कॉलोनी, वाराणसी
10. रामकेवल चौहान , फोन 09793700289, ग्राम- सिसवा (बबुआ का पुरा),पोस्ट- धरमपुर- बिसुनपुर,जि. मऊ,उ.प्र.
11. Suresh Narikkuni,Ph- 09496296440.Vallikattu Narikkuni,Distt- Kozhikode,Kerala
12. सरयू प्रसाद सिंह,फोन- 09546606409.ग्राम-अतराम चक, पोस्ट-एकंगर डीह,जि. नालंदा,बिहार.
13. नवल किशोर प्रसाद,सचिव. फोन- 09430947277,08271829617 राष्ट्रीय सचिव,ग्राम- छोटा बरियारपुर,पोस्ट- मोतीहारी कोर्ट,,जि. पूर्वी चंपारण,बिहार. 845401
14.डॉ चन्द्रभूषण चौधरी,उपाध्यक्ष . फोन- 09431105585 cbchaudhary@gmail.com द्वारा- डॉ करुणा झा, भारती हॉस्पीटल, कोकर चौक, हजारीबाग रोड,,पो. कोकर,रांची,झारखण्ड.834001
15. Akhila,Secretary, 09845250955. #3519, 3rd Floor, 7th Cross,Gayathrinagar,Bangaluru- 560021. Karnataka. akhilasamatha@gmail.com
16. लिंगराज आजाद ,महामंत्री, 07077541856,ग्राम/पोस्ट कान्देल,वाया-केसिंगा,जि. कलाहांडी,ओडीशा, 766012 lingarajazad@gmail.com
17. राधाकान्त बहिदार , कोषाध्यक्ष ,महान्तीपाड़ा,पोस्ट- सम्बलपुर, 768001. फोन 09437392978. radhakanta.bahidar@gmail.com
18. Joshy Jacob, President,email joshyjacobadv@gmail.com Ph.094959947773. Kollapallil House, Post- Kooddaloor,Kottayam, 686595
विशेष आमन्त्रित- 1.सच्चिदानन्द सिन्हा,ग्रा/पो मनिका ,मुजफ्फरपुर,बिहार
2. चित्त डे , फोन-
3. चंचल मुखर्जी, डी 28/160 पाण्डे हवेली ,वाराणसी- 221005. फोन- 08755811730
4. अनुराग मोदी , 09425041624 email- shramiks@gmail.com
राज्य अध्यक्ष/महामंत्री, पदेन सदस्य
1.मकसूद अली, राज्य अध्यक्ष,उ.प्र. , बी 3/383 शिवाला,वाराणसी. फोन- 08601538560
2. विक्रमा मौर्य, राज्य महामन्त्री,उ.प्र,ग्रा.- दरियाबाद,पो. बीबीपुर, जि मऊ. उ.प्र. फोन - 09935229796
3.संतू भाई सन्त,राज्य अध्यक्ष,बिहार, ज्ञान ज्योति विद्यालय के निकट,मु/पो घोड़ासहन,जि पूर्वी चंपारण, 845303. फोन 09934609262
4.नरेन्द्र सिंह,एडवोकेट,राज्य महामन्त्री,बिहार
5. शिवाजी गायकवाड,राज्य अध्यक्ष,महाराष्ट्र, उपाध्यक्ष,'मैत्री' समता भवन, न्यू अकोला रोड, संगमनेर,जि.अहमदनगर,422605महाराष्ट् shivajigaikwadsamata@gmail.com, फोन- 09420801388
6. अप्पाराव मोरताटे,राज्य महामन्त्री,महाराष्ट्र, email apparaomortate@gmail.com फोन- 09850869313
7.K Ramesh ,'Samatha' Lohia Mukku,Mambram,Post Ayithara Mombram,Distt Kannur, 670643
Phone 09446463194
8.Bilkan Bara,State Gen Secretary,West Bengal,Vill/Post Narsinghpur,Via Birpara,Distt Alipurduar,735204 09734070333.
9.Akhil Bandhu Sarkar,State President,W.B..Post Off. Anandapada,Distt Jalpaigudi, PIN 735101
Phone. 0934701990
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की अगली बैठक 28,29,30 अगस्त को बंगलुरु में होगी।बैठक स्थल की सूचना तय हो जाने पर दी जाएगी। अब रेल आरक्षण चार माह पहले शुरु हो जा रहा है इसलिए टिकट कर के मुझे सूचित करें।
क्रांतिकारी अभिवादन के साथ,
आपका,
अफलातून

संगठन मंत्री,
समाजवादी जनपरिषद ,
५ , रीडर आवास ,जोधपुर कॉलॉनी,
काशी विश्वविद्यालय , वाराणसी - २२१००५
Secretary (Organisation),
Samajwadi Janparishad,
5,Readers Flats,Jodhpur Colony,
Banaras Hindu University,
Varanasi,Uttar Pradesh,INDIA 221005
Visit
http://kashivishvavidyalay.wordpress.com
http://shaishav.wordpress.com
http://samatavadi.wordpress.com
Phone फोन : +918004085923

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